December 22, 2025

ना ठहर तु, चलता चल, आवारा ही सही. पर कर ले कही कुछ आवारगी.
आवारा ही भटके जा. पर काम ऐसे कर जा. सितम ना कर तु कभी किसी पर. आसु ना दे जा. पर तु कुछ तो प्यार मे, कर जा.

  तु भुल जा ऊसे और वह तो भुलेगां ही तुझे. पर कुछ  तो आवारगी कर जा. जिने का रास्ता सिखा जा.
   सुनिये ....  अल्फाज जावेद अख्तर के ...

Print Friendly, PDF & Email

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *